पिछले दिनों
धर्मशाला में क्रिकेट का एक मैच हुआ था। मैच से एकदिन पहले वहाँ के स्टेडियम का एक
छायाचित्र अखबारों में छपा था तथा सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ था- तस्वीर में एक
युवक स्टेडियम के किनारे खड़े होकर विशाल एक तिरंगा लहरा रहा था- उसका चेहरा मैदान की तरफ था और पीठ कैमरे की तरफ। जो चीज
तस्वीर में सबसे ज्यादा उभर रही थी- वह थी उसकी नंगी पीठ पर बनी तिरंगे की
पेण्टिंग।
यहाँ मैं सिर्फ यह
विचार रखना चाहता हूँ कि हमें तिरंगे की आकृति को कभी अपने शरीर के पिछले हिस्से
पर तथा कमर के नीचे धारण नहीं करना चाहिए। हम तिरंगे-जैसी किसी भी आकृति को जब भी
धारण करें, शरीर के सामने तथा कमर से ऊपर ही धारण करें।
हालाँकि यह मेरा व्यक्तिगत विचार है।
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